
अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता रही मुक्केबाज नीरज फौगाट डोप टेस्ट में फेल हो गई हैं। इसी के साथ नीरज फौगाट का टोक्यो ओलंपिक-2020 का टिकट भी कट गया है। 13 नवंबर से अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया है।
बता दें कि नीरज को प्रदर्शन बेहतर करने वाली प्रतिबंधित दवाओं का सेवन करने का दोषी पाया गया है। जिसके चलते उन्हें अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया है।
अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता 25 वर्षीय महिला बॉक्सर नीरज फौगाट चरखी दादरी जिले के गांव झींझर की रहने वाली है। नीरज के डोप टेस्ट में फेल होने पर परिजनों का कहना है कि नीरज ऐसा नहीं कर सकती। वहीं नीरज के भाई अमित ने बताया कि वह पिछले करीब 17 वर्षों से बॉक्सिंग खेल रही है।
उन्होंने बताया कि नीरज घी, दूध और चूरमा का तो सेवन कर सकती है, लेकिन जिन दवाओं के सेवन की बात सामने आई है वह समझ से परे है। पिछले छह माह से नीरज लगातार कैंप में रह रही है। इस दौरान वह एक बार भी घर नहीं आई है।
अमित ने बताया कि नीरज ने आठ वर्ष की उम्र में बॉक्सिंग खेलना शुरू किया था। शुरूआती सालों में उसने ज्यादा टूर्नामेंट में भाग नहीं लिया। राष्ट्रीय स्तरीय की स्पर्धाओं में नीरज दो गोल्ड और एक ब्रांज मेडल जीत चुकी है। वहीं अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में उसने चार गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रांज मेडल जीते हैं। साथ ही नीरज ने इस साल बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में कांस्य और रूस में आयोजित एक टूर्नामेंट में स्वर्ण पदक जीता था।
नीरज ने गुवाहाटी में इंडिया ओपन में भी स्वर्ण पदक जीता था। नीरज के डोप टेस्ट के नमूने 24 सितंबर को लिए गए और इनकी जांच कतर की लैब में की गई।